समस्तीपुर | सेवा में श्रीमान अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग बिहार, मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं.. बिहार के शिक्षा विभाग के अधिकारी से परेशान एक शिक्षक ने इस्तीफा दे दिया। पूरे दो साल कष्टमय नौकरी करने के बाद आखिर में हार मान गए और अपने घर की ओर लौट गए। शिक्षक ने जिस तरह से त्याग पत्र में अपनी पीड़ा का जिक्र किया है इससे तो साफ है कि अधिकारियों की मनमानी चरम पर है।
सरकारी स्कूल के शिक्षक के इस्तीफा का मामला समस्तीपुर जिले से जुड़ा हुआ है। पटोरी प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय चांदपुरा में शारीरिक शिक्षक के रूप में कार्यरत विपुल कुमार वत्स ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दी। विपुल कुमार ने कम वेतन और घर से स्कूल काफी दूर रहने का कारण बताते हुए नौकरी छोड़ दी।
विपुल कुमार ने अपनी पीड़ा बताते हुए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य एस सिद्धार्थ को पत्र लिखा, मैं विपुल कुमार वत्स समस्तीपुर जिला अंतर्गत पटोरी प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय चांदपुरा मैं शारीरिक शिक्षा स्वास्थ्य अनुदेशक के पद पर कार्यरत हूं। हमारी बहाली मासिक वेतन 8000 रुपए प्रतिमाह पर वर्ष 2022 में नियोजन इकाई के द्वारा कराई गई थी। 30 मई 2022 से मैं विद्यालय में योगदान देते आ रहा हूं।
विपुल कुमार ने आगे बताया कि प्रखंड के शिक्षा विभाग से संबंधित पदाधिकारी के द्वारा जिला शिक्षा विभाग को ससमय अब्सेंटी एडवाइस नहीं भेजना और जिला शिक्षा विभाग के पदाधिकारी के द्वारा ससमय वेतन का भुगतान नहीं किया जाना काफी दुखद है। इस संबंध में हमारे स्वास्थ्य अनुदेशक साथियों के द्वारा दूरभाष व पत्राचार के द्वारा शिक्षा विभाग के पदाधिकारी को सूचना देकर अवगत कराया गया। उन्होंने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को त्याग पत्र भेज दिया है और अपनी सेवा समाप्त करने की बात कही है।
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